Jobs and Career after PhD : सिर्फ प्रोफेसर ही नहीं, पीएचडी के बाद ये भी हैं

 Jobs and Career after PhD आज हम आपको बताने वाले हैं पीएचडी के बारे में जहां पीएचडी का पूरा फॉर्म क्या होता है वहां से लगाकर इसके कितने प्रकार के होते हैं पीएचडी करने के लिए यूनिवर्सिटी कौन-कौन सी है पीएचडी कितने प्रकार की होती

 Jobs and Career after PhD अगर बात करें कि पी एच डी में Jobs and Career after PhDकैरियर कैसा बन सकता है और पीएचडी करने के लिए क्या-क्या योग्यता होती है और कौन कौन से डॉक्यूमेंट चाहिए होते हैं वही अगर इंडिया से पीएचडी करे तो क्या क्या प्रोसेस होता है और विदेश से पीएचडी करें तो क्या-क्या प्रोसेस होता है

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PhD kya hai kaise kare 2023 वो विद्यार्थी जो अपने पसंद के विषय में महारथ हासिल करना चाहतें हैं। पीएचडी को चुनते हैं जिसमें उन्हें उस विषय पर रीसर्च कर उसकी बेहतर जानकारी होना और उस पर लिखना शामिल होता हैं। एक पीएचडी होल्डर अपना करियर किसी भी तरह से शुरू कर सकता हैं।

मूलतः विद्यार्थीओ का पीएचडी करने का उद्देश्य प्रोफेसर बनना या रिसर्चर बनना होता हैं।

PhD क्यों करें?

Jobs and Career after PhD शिक्षा प्रणाली का एक महत्पूर्व अंग हैं। PhD का मूल उद्देश्य ही नई खोज को जन्म देना और अलग अलग विषयो के बारे में गहरायी से ज्ञान अर्जित कर उसे सब तक पहुँचाना हैं। नई स्किल्स को उभारना और विकसित करना, नई चीज़ो को जान पाना और समझ पाना इसकी असल परिभाषा हैं

Jobs and Career after PhD :  तो अगर आप वे व्यक्ति हैं जो किसी विषय कि गहराई में जाने में दिलचस्पी रखता हैं तो पीएचडी आपके लिए हैं।Ph.D. रीसर्च के आधार पर की जाने वाली डिग्री है। जिसमे विद्यार्थी अपनी पसंद के मुताबिक़ विषय चुनकर उसपर विस्तार से ज्ञान हासिल कर सारी जानकारी को एक जगह एकत्रित करता है जिसे थीसिस कहा जाता है।

क्या भारत में PhD के लिए एंट्रेंस एग्ज़ाम देना आवश्यक है?

PhD kya hai kaise kare 2023 इसका मकसद यह रहता की आगे उस विषय पर जान्ने के लिए उस थीसिस का इस्तमाल किया जा सकता है और विषय पर जानकारी ली जा सकती है।

एक Ph.D. होल्डर ज़्यादातर प्रोफेसर , असिस्टेंट प्रोफेसर , लेखक आदि के रूप में अपने भविष्य को आकार देते है । लेकिन स्कोप बेहद है।

PhD kaise kare इसके लिए योग्यता, आवेदन प्रक्रिया

Jobs and Career after PhD : टॉप यूनिवर्सिटीज आदि के बारे में इस ब्लॉग में विस्तार से बताया गया है।PhD के प्रकार एक समय था जब PhD कि महत्वता को कम बढ़ावा दिया जाता था या कह लीजिये कि PhD कम प्रचलित हुआ करती थी। लेकिन समय के साथ PhD होल्डर्स के लिए कई द्वार खुले और PhD कि महत्वता बढ़गयी।

अब PhD सिर्फ ज्ञान अर्जित करने स्त्रोत नहीं हैं। कई नौकरिया और प्रोफेशंस PhD होल्डर्स को ही प्राथमिकता देते हैं जोकि PhD होल्डर्स के करियर को बेहतरी कि और ले जाता हैं और नए विकल्प प्रदान करता हैं।

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Jobs and Career after PhD : इस ब्लॉग में PhD के कुछ प्रकार विस्तार में दिए गए हैं: प्रोफेशनल डॉक्टरेटसएक प्रोफेशनल डॉक्टरेट का मूल उद्देश्य वास्तविक समस्याओं पर रिसर्च कर उसे लागू करना हैं। जटिल परिस्तिथ्यो का उपाय निकालना और उसको डिज़ाइन करना ताकि प्रोफेशनल कार्यो में विपदा आने पर उसका निवारण हो सके।

Jobs and Career after PhD :वो प्रोफेशन कोई भी हो सकता हैं। लेकिन किन कार्यो से उस समस्या का उपाय निकलेगा ये रिसर्च करके ही मालूम चल सकता हैं। इस प्रकार के PhD कोर्स को इंजीनियरिंग, मेडिसिन जैसे विषयों पर रिसर्च करने के लिए विद्यार्थियों द्वारा चुना जाता है। PhD के इस प्रकार को उन विद्यार्थियों द्वारा चुना जाता है, जो डिग्री पूरी करने के बाद एक विशेष प्रोफेशनल करियर विकल्प को चुनना चाहते हैं।

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Jobs and Career after PhD : उच्च डॉक्टरेट एक प्रकार हैं जिसमे स्कॉलर्स को औपचारिक रूप से सार्वजनिक मान्यता दी जाती हैं।वो PhD होल्डर्स जिन्होंने अपने विषय में सामाजिक तौर पर एक अलग छाप छोड़ी हैं उन्हें ये डिग्री देकर सम्मानित किया जाता हैं। इस प्रकार की डिग्री के लिए कैंडिडेट को इंटरनल और एक्सटर्नल एग्ज़ामीनर कमिटी की सिफ़ारिश पर विशेष ग्रांट्स की आवश्यकता होती है।

Ph.D. के इस प्रकार में

Doctor of Divinity (DD),

Doctor of Literature/ Letters (DLit/D’Litt/LitD/LittD),

Doctor of Science (DS/SD/DSc/ScD),

Doctor of Civil Law (DCL),

Doctor of Music (DMus/MusD) और Doctor of Law (LLD) जैसे कई पुरस्कार शामिल हैं।

M.a. के बाद phd का क्या प्रोसीजर है और कितने फायदे हैं?

Jobs and Career after PhD :न्यू रूट PhD PhD के इस प्रकार में एडमिशन लेने के लिए विद्यार्थियों को PhD शुरू करने से एक वर्ष पहले MRes यानी एक साल रिसर्च में मास्टर डिग्री लेना अनिवार्य है। इस कोर्स में पढ़ाए गए सभी आयामों को प्रैक्टिकल अनुभव और इंडिपेंडेंट रिसर्च के साथ मिलाकर परिणाम पर आया जाता हैं।।

विद्यार्थियों के पास एजुकेशन, मीडिया, एडवांस IT, भाषाओ और बिज़नेस जैसे क्षेत्र में रिसर्च करने के लिए विस्तृत तरीके और बेहतर स्किल्स कि ज़रूरत होती है।ऑनलाइन PhDकई बार कुछ कारण वश ऑफलाइन PhD करना और क्लास लेना मुमकिन नहीं हो पाता हैं।

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  Jobs and Career after PhD :ऐसे विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन PhD एक अच्छा विकल्प हैं। जैसा कि आप नाम से समझ पा रहे होंगे इस कोर्स में आपको यूनिवर्सिटी जाकर अपनी डिग्री पूरी करना अनिवार्य नहीं हैं। दुनिया कि वो आबादी जो काम करती हैं और डॉक्टरेट डिग्री चाहती हैं वो इस विकल्प के माध्यम से डिग्री पा सकते हैं।

PhD के लिए योग्यता

Jobs and Career after PhD :योग्यता वो बातें जो PhD करने से पहले आपको रखनी होंगी ध्यान में। जिनकी पूर्ती ना होने पर आप PhD में एडमिशन नहीं ले पाएंगे। विश्विद्यालयों की बात करें तो सभी विश्विद्यालयों का माप दंड एक सा नहीं होता। सामान्य तौर पर हर यूनिवर्सिटी में निम्नलिखित योग्यताओ का होना आवश्यक है।

PhD कोर्स में अप्लाई करने के लिए विद्यार्थीयों को 10+2 में कम से कम 50% अंकों के साथ पास होना आवश्यक है।PhD के लिए आपको संबंधित कोर्स में मास्टर डिग्री कम से कम 50%-55% अंकों के साथ पास करनी ज़रूरी है।

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